By मबीजो चिरशा, World BEYOND Warजुलाई, 26, 2020
जेनोफोबिया के बच्चे
बच्चे गोलियां और पटाखे खा रहे हैं
मुस्कुराहट और हंसी के भिखारी
उपजाऊ सपनों को सोती खामोश लाशें
पोवो नए नग्न मनहूस नारे लगा रहा है
अधिक समय तक रुके निर्वासित लोग चुकंदर और अफ़्रीकी आलू खाते रहे
गर्भपात और कंडोम बैटरियां नानी और नौकरानियों के जीवन को चार्ज कर रही हैं
नंगे पाँव दोपहर और बिना कंडोम वाली रातों के बच्चे आपके धैर्य की चट्टान को तराशते हुए पसीना बहाते हैं
सोवतो और दारफुर का दिल अभी भी ढोल की तरह धड़क रहा है, हिंसा इस धरती से शांति को धूमिल कर रही है।
एक रिस्पांस
ज़ेनोफ़ोबिया बंद करो!